Himachal: हिमाचल में कुदरत का कहर, कहीं बादल फटा, तो कहीं शिव मंदिर पर गिरा पहाड़, 16 से ज्यादा की मौत, कई लोग दबे

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Himachal: हिमाचल में कुदरत का कहर, कहीं बादल फटा, तो कहीं शिव मंदिर पर गिरा पहाड़, 16 से ज्यादा की मौत, कई लोग दबे हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर आसमान से आफत बरसी है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है। सोलन जिले में बादल फटने और लैंडस्लाइड से सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं, राजधानी शिमला में भी भूस्खलन की वजह से बड़ा हादसा हो गया। समरहिल में शिव मंदिर पर पहाड़ टूटकर गिर पड़ा। बताया जा रहा है कि मलबे में करीब दो दर्जन से अधिक लोग दब गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इअब तक 9 के शव बरामद किए गए हैं।

सोलन में फटा बादल
रिपोर्ट के अनुसार, सोलन जिले के कंडाघाट उपमंडल की ममलीग उप-तहसील के जादोन गांव में दर्दनाक हादसा हुआ। देर रात डेढ़ बजे बादल फटने से दो घर और एक गौशाला बह गई। वहीं भारी बारिश की वजह से पंचायत सायरी के जादोन गांव में 2 मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त एक मकान में 4 लोग थे और दूसरे मकान में 9 लोग सो रहे थे। 5 व्यक्तियों को स्थानीय लोगों और पुलिस ने जिंदा निकाल लिया। लेकिन 7 लोगों की मौत हो गई। 3 अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

 
भूस्खलन से शिव मंदिर हुआ ध्वस्त
राजधानी शिमला के उपनगर समरहिल में सोमवार सुबह बड़ा भूस्खलन हुआ है। इस घटना में प्राचीन शिव बाड़ी मंदिर ध्वस्त हो गया। हादसे में करीब दो दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका है। इनमें एक परिवार के सात लोग शामिल हैं। राहत और बचाव दलों ने 9 शवों को मलबे से निकाला है। इनमें दो मासूम बच्चे हैं। 5 घायलों को भी बाहर निकाला गया है। शिमला के डीसी आदित्य नेगी और एसपी संजीव गांधी घटनास्थल पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण कर रहे हैं।

शिमला चंडीगढ़ नेशनल हाईवे ब्लॉक
भारी बारिशऔर भूस्खलन की वजह से चंडीगढ़ शिमला नेशनल हाईवे-5 फिर से बंद हो गया है। चक्की मोड़ पर भी फिर से पहाड़ से मलबा आ गिरा। सबसे परेशान वाली बात ये है कि नेशनल हाईवे से डायवर्ट किए गए संपर्क मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। संपर्क मार्गों पर वाहन फंसे हुए हैं। शिमला और चंडीगढ़ का संपर्क अब पूरी तरह से टूट गया है। लगातार 4 दिनों से से हो रही बारिश की वजह से नेशनल हाईवे को बार बार खोलना और बंद करना पड़ रहा है।

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