पेनल्टी शूटआउट में टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन
कुवैत के लिए शाबिब अल खालिदी ने 14वें मिनट में गोल किया। इसके बाद लालिनजुआला छांगते ने भारतीय टीम के लिए 38वें मिनट में एक गोल दाग स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। फिर दोनों टीमों में अंतिम समय तक गोल के लिए कड़ी टक्कर होती रही, लेकिन कोई भी टीम कामयाब नहीं हो पाई। आखिरकार दोनों टीमों को अतिरिक्त समय दिया गया, लेकिन इसमें भी नतीजा नहीं निकला तो फिर खेल पेनल्टी शूटआउट में चला गया। यहां भारतीय टीम के लिए सुनील छेत्री, संदेश झिंगन, लालिनजुआला छांगते, सुभाशीष बोस और महेश सिंह ने गोल दागे।
गुरप्रीत सिंह का बड़ा योगदान
भारत की जीत में गोलकीपर गुरप्रीत सिंह का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने पेनल्टी शूटआउट में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुवैत के कप्तान खालिद अल इब्राहिम का आखिरी शॉट रोक दिया। पेनल्टी शूटआउट में दोनों टीमों को पांच-पांच गोल मारने के मौके मिलते हैं। इसमें चूकने वाली टीम को मैच में हार का सामना करना पड़ता है। पांच-पांच शॉट के बाद दोनों टीमें 4-4 के स्कोर पर बराबर हो गई थीं। भारत के लिए उदांता सिंह और कुवैत के मोहम्मद अब्दुल्ला गोल करने से चूक गए थे। चार-चार की बराबरी के बाद सडेन डेथ की बारी आई। इसमें जो टीम गोल करने से चूकती है वह सीधे हार जाती है। उसे दूसरा मौका नहीं मिलता है। सडेन डेथ में भारत के लिए नाओरेम महेश सिंह ने गोल किए। वहीं, कुवैत के कप्तान खालिद का शॉट भारत के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने रोक दिया। इसके बाद टीम इंडिया ने चैंपियनशिप पर कब्जा जमा लिया।
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