Delhi: बेटे की चाह में एक गार्ड ने चार साल के बच्चे को किया अगवा, ऐसे पकड़ में आया आरोपी...

Digital media News
By -
2 minute read
0
Delhi: बेटे की चाह में एक गार्ड ने चार साल के बच्चे को किया अगवा, ऐसे पकड़ में आया आरोपी...  दो बेटियों के पिता ने बेटे के चाह में आईटीओ यमुना पुल पर खेल रहे एक चार साल के बच्चे को अगवा कर लिया। मामले की जांच के दौरान आईपी इस्टेट थाना पुलिस पुल पर लगे एएनपीआर (स्वचालित नंबर प्लेट पहचान) सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के जरिए आरोपी के घर तक पहुंची और मथुरा रोड से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने अपहरणकर्ता सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ओखला की सुरक्षा एजेंसी में काम करता है। 

30 जून की शाम 5.30 बजे आईपी एस्टेट थाना पुलिस को विकास मार्ग यमुना पुल से चार साल के एक बच्चे के अपहरण की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। रेनीवेल में रहने वाले बच्चे के पिता मोहम्मद इस्लाम ने बताया कि उसका बेटा अपने भाई 12 साल के सद्दाम के साथ यमुना पुल पर खेल रहा था। इसी दौरान बाइक सवार एक व्यक्ति बच्चे को बाइक पर बिठाकर फरार हो गया।

परिवार वालों ने किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया। जांच के दौरान पुलिस ने आस पास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो संदिग्ध व्यक्ति एक कैमरे में कैद हो गया लेकिन फुटेज स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रहा था। पुलिस ने छठ घाट पर लगे एएनपीआर कैमरों की जांच की। इसमें पुलिस को आरोपी की बाइक का नंबर मिला। साथ ही पता चला कि आरोपी लक्ष्मी नगर से आईटीओ की ओर गया है। 

बाइक महावीर एंक्लेव निवासी राशिद अली के नाम पर रजिस्टर थी। पुलिस को वहां राशिद का भाई मिला। उसने बताया कि राशिद रोहिणी में रहता है। पुलिस राशिद के पास पहुंची। जहां पता चला कि राशिद ने बाइक बेच दी है। उसने बाइक खरीदने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर पुलिस को दिया। पुलिस उस फोन की तकनीकी जांच कर मथुरा रोड के पास स्थित आली गांव पहुंची, जहां पुलिस ने एक मकान की दूसरी मंजिल से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने बच्चे को अगवा करने वाले जगतपाल को गिरफ्तार कर लिया। 

छह माह से थी हसरत 
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि साल 2013 तक वह सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था। उसके बाद वह ओखला स्थित इनेट सिक्योरिटी एजेंसी में सिक्योरिटी गार्डों को प्रशिक्षण देने लगा। उसने बताया कि वह छह माह से कंपनी के कृष्णानगर गोदाम की देखभाल कर रहा था। वह छह माह से आते जाते यमुना पुल पर बच्चों को खेलते हुए देखता था। उसकी 13 और 7 साल की दो बेटी है। बेटे की चाह में उसने इस बच्चे को अपने साथ ले जाने का फैसला किया।
Tags:

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)