White Cobra: तमिलनाडु में दिखा सफेद कोबरा सांप! जानें कितना होता हैं खतरनाक, जानिए इसके बारें में रोचक बातें...
नई दिल्ली। भारत के तमिलनाडु राज्य के कोयम्बटूर शहर में इस समय काफी बारिश हो रही है और तूफान आया. लेकिन इसी तूफान के बीच एक ऐसा ऐसा जीव निकला जिसे देखकर लोग हैरान रह गए और डर भी गए. यह जीव एक सफेद कोबरा था. क्योंकि कोबरा सांप आमतौर पर काले रंग का ही होता है. लेकिन ये कोबरा पूरी तरह से सफेद था काफी आकर्षक है.अत्यधिक दुर्लभ होता है
सफेद कोबरा को वैज्ञानिक भाषा में अल्बीनो कोबरा कहा जाता है. ऐसा कोबरा दिखना अत्यधिक दुर्लभ होता है. ये आमतौर पर नहीं दिखते लेकिन तेज बारिश की वजह से इसे अपने बिल से निकल कर बाहर आना पड़ा होगा. कोयम्बटूर में यह सफेद कोबरा तीन मई 2023 को देखा गया था.
एक्सपर्ट्स ने जंगल में छोड़ा
इसके बाद वाइल्डलाइफ एंड नेचर कंजरवेशन ट्रस्ट के एक्सपर्ट्स ने इसे पकड़कर जंगल में छोड़ दिया. इसकी लंबाई करीब 5 फीट थी. इसे अल्बीनो इंडियन कोबरा कहा जाता है. इसे स्पेक्टैकल्ड कोबरा भी कहते हैं. यह चार बड़े सांपों की प्रजातियों में से एक है. भारत में सबसे ज्यादा इसके काटने से ही लोगों की मौत होती है.
जेनेटिक स्थिति वाला सांप
आपको बता दें कि अल्बीनो यानी सफेद रंग का होना एक जेनेटिक स्थिति है, जिसमें त्वचा में मिलेनिन नहीं बनता. मिलेनिन की वजह से ही हमें अलग-अलग रंग की त्वचा मिलती है. फर मिलते हैं. पंख पैदा होते हैं. या फिर त्वचा पर स्केल बनते हैं. अगर माता-पिता की तरफ से मिलेनिन का जीन बच्चे में सही से ट्रांसफर नहीं होता है, तब रंग सफेद हो जाता है.
सूरज की रोशनी बर्दाश्त नहीं कर सकते
अल्बीनो यानी सफेद रंग के जीवों की आंख लाल या गुलाबी होती है. यानी इन्हें देखने में दिक्कत होती है या फिर ये पूरी तरह से दृष्टिहीन होते हैं. उनकी त्वचा सूरज की रोशनी बर्दाश्त नहीं कर पाती. अधिकतर जीवों के लिए अल्बीनो होना मौत की सजा से कम नहीं होती. सफेद रंग की वजह से शिकारी उन्हें आसानी से खोज लेते हैं.
बारिश से परेशान होकर आया बाहर
कई सफेद रंग के जीव तो बचपन में ही मारे जाते हैं. ये खतरा सफेद कोबरा के बच्चों को भी रहता है. कोयम्बटूर में जो सफेद कोबरा मिला है, वह पूरी तरह से विकसित हो चुका है. उसपर अल्बीनो होने का असर कम है. वह जहरीला भी है और देख भी सकता है. यह पूरी तरह से स्वस्थ है बस बारिश की वजह से परेशान होकर बाहर निकल आया था.
बेहद जरूरी था पकड़ना
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सफेद कोबरा को पकड़ना बेहद जरूरी था. साथ ही उसकी जान बचाना भी. क्योंकि ये बेहद दुर्लभ जीव है. जहरीला भी है. अगर ये किसी को काट लेता तो उसकी जान भी जा सकती है या फिर उसे लकवा मार सकता है. इन्हें पकड़ने के लिए बहुत ज्यादा प्रैक्टिस और विशेषज्ञता की जरुरत होती है.
सांप के काटने से इतनी मौतें
विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो भारत में हर साल 81 हजार से लेकर 1.38 लाख मौतें सांप के काटने से होती हैं. जिनमें कोबरा के काटने के मामले भी काफी ज्यादा होते हैं. कोबरा कई बार बिना जहर डाले ही काटते हैं. नवंबर 2022 में एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें 8 साल के बच्चे को कोबरा ने काटा लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ. Source: digital media
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