NASA: इस भारतीय की निगरानी में हाेगा नासा का 'मिशन मंगल', जानिए कौन हैं यह भारतीय शख्स...
स्पेस एजेंसी नासा ने चंद्रमा से मंगल की तरफ कदम बढ़ाने का इरादा कर लिया है। इसके तहत उसने एक खास प्रोग्राम 'मून टु मार्स' लांच किया है। इस प्रोग्राम में मंगल ग्रह पर एस्ट्रोनॉट्स को भेजने के लिए तैयlर किया जाएगा। खास बात यह है कि इस प्रोग्राम के लिए बनाई गई ऑफिस को हेड करने वाले इंजीनियर का रिश्ता भारत से है। इस भारतीय-अमेरिकी इंजीनियर का नाम है अमित क्षत्रिय। नए ऑफिस में नासा के मिशन मंगल से संबंधित चालक दल की गतिविधियों की देखरेख होगी। साथ ही यह एजेंसी के अर्टेमिस प्रोग्राम को भी हेड करता है।कौन हैं अमित क्षत्रिय
अमित क्षत्रिय को नासा की तरफ से आउटस्टैंडिंग लीडरशिप मेडल मिल चुका है। हाल ही में वह यहां के कॉमन एक्सप्लोरेशन डेवलपमेंट डिवीजन के कार्यकारी डिप्टी एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर का पद भी संभाल चुके हैं। अमित अमेरिका में पहली पीढ़ी के भारतीय प्रवासियों के बेटे हैं। उन्होंने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से गणित की पढ़ाई की थी। बाद में उन्होंने टेक्सास यूनिवर्सिटी से गणित में मास्टर्स किया।
कब शुरू हुआ कॅरियर
अमित ने स्पेस प्रोग्राम में अपना कॅरियर 2003 में शुरू किया और सॉफ्टवेयर व रोबोटिक्स इंजीनियर का काम किया। उन्होंने स्पेसक्राफ्ट ऑपरेटर के रूप में भी काम किया और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रोबोटिक्स फीचर्स को असेंबल किया। इसके अलावा अमित ने स्पेस लांच सिस्टम को निदेशन देने के साथ-साथ इंटीग्रेशन लीडरशिप की भी भूमिका निभाई। वह आर्टेमिस कैंपेन डेवलपमेंट डिवीजन इनीशिएटिव से भी जुड़े रहे। अमित 2014 से 2017 तक स्पेस स्टेशन फ्लाइट डायरेक्टर रहे। साल 2021 में नासा मुख्यालय के एक्सप्लोरेशन सिस्टम्स डेवलपमेंट मिशन डायरेक्ट्रेट में असिस्टेंट डिप्टी एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर की भूमिका सौंपी गई।
क्या है मून तो मार्स प्रोग्राम
अमित क्षत्रिय चंद्रमा और मंगल ग्रह पर मानव मिशनों के लिए कार्यक्रम योजना और कार्यान्वयन का नेतृत्व करेंगे। नासा की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक मिशन के लिए स्थापित नया ऑफिस मानवता के लाभ के लिए चंद्रमा और मंगल ग्रह पर एक्सप्लोर करने संबंधी विभिन्न इंसानी गतिविधियों को अंजाम देगा। कार्यक्रम का उद्देश्य वैज्ञानिक खोज के एक नए युग को खोलने और मंगल ग्रह पर मानव मिशन के लिए तैयार करने के लिए एजेंसी के आर्टेमिस मिशन का उपयोग करना है। साथ ही नया ऑफिस हार्डवेयर डेवलमेंट, मिशन इंटीग्रेशन और रिस्क मैनेजमेंट जैसे जरूरी कामों पर भी ध्यान देगा।
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