22 जून को हुई थी भारी तबाही
अफगानिस्तान संवेदनशील इलाके में गिना जाता है। यहां 22 जून को आए 5.9 तीव्रता के भूकंप के बाद करीब एक हजार लोगों की मौत गई थी और हजारों लोग घायल हो गए थे। ये भूकंप 6 मील की अपेक्षाकृत कम गहराई पर था, जिसके कारण इसका असर बहुत ज्यादा हुआ था। काबुल से 95 मील दक्षिण में खोस्त के पास रात के वक्त दो दशकों में आए सबसे घातक भूकंप के बाद वहां तबाही का मंजर देखा गया था।
अफगानिस्तान के सामने आर्थिक संकट
अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में प्राकृति आपदा के कारण उसकी स्थिति और खराब हो जाती है। 22 जून को आए भूकंप में भारी जान माल का नुकसान हुआ था। हजारों लोगों की जान चली गई थी। काफी संख्या में लोग घायल हो गए थे। कई लोग बेघर हो गए थे। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इस आपदा का सामना करना अफगानिस्तान के लिए काफी मुश्किलों भरा रहा। बता दें, पिछले साल तालिबान के देश पर कब्जे के बाद से वहां आर्थिक संकट और बढ़ गया है, क्योंकि तालिबान को अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने फंड देना रोक दिया है।
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