भारतीय वायु सेना का विमान कुवैत से 45 भारतीयों के शव लेकर लौट आया है.
बुधवार को कुवैत के मंगाफ़ शहर में एक रिहाइशी इमारत में आग लगी थी. इस इमारत में 176 भारतीय मजदूर रहते थे.
कुवैती प्रशासन के मुताबिक़, इस आगजनी में 50 लोगों की झुलसकर मौत हो गई जिसमें से 45 भारतीय नागरिक थे और 3 फिलिपींस से थे.
फ़िलहाल दो शवों की पहचान नहीं हो पाई है.
गुरुवार को भारतीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह घटना में मारे गए लोगों की पहचान और उन्हें अपने वतन वापस लाने के लिए कुवैत पहुंचे.
कुवैत में रहने वाले लोगों में दो-तिहाई हिस्सा विदेशी मजदूरों का है.
कंस्ट्रक्शन और घरेलू सेक्टर में कामकाज के लिए कुवैत देश बाहर से आने वाले मजदूरों पर निर्भर है.
मानवाधिकार संगठनों ने भी लगातार मजदूरों के रहन-सहन के तरीकों पर आवाज उठायी है.
मंगाफ़ की आगजनी में दर्जनों और मजदूर भी घायल हुए हैं जिसमें बड़ी संख्या भारतीयों की है. विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट करवाए जा रहे हैं.
भारत में मुआवज़े की घोषणा
जिन भारतीय मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई है उनमें से केरल से 23, तमिलनाडु से 7, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश से 3-3, ओडिशा से 2, बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और हरियाणा से 1-1 मजदूर थे.
इससे पहले भारतीय मज़दूरों की मदद के लिए कुवैत पहुँचे विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने ये कहा था कि शवों की वापसी के लिए भारतीय वायुसेना का विमान तैयार किया गया है.
शुक्रवार सुबह कोच्चि में ये विमान लैंड हुआ और यहीं दक्षिण के राज्यों को उनके मजदूरों के शवों को सुपुर्द किया जाएगा जिसके बाद ये फ्लाइट दिल्ली के लिए रवाना हुई.
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन और बाकी राज्यों के नेता शवों को लेने श्रद्धांजलि देने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे.
राज्य सरकार ने शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस का इंतजाम किया है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा, "ये हमारे देश के लिए बहुत बड़ी दुर्घटना है. केरल के मज़दूर हमारे राज्य के लिए जीवनदायक हैं. कुवैत में लगी आग हमारे समुदाय के लिए एक बड़ी दुर्घटना है."
आग में झुलसकर मरने वालों के परिजनों के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने दो-दो लाख मुआवजे का एलान किया है.
विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कुवैत के कई अस्पतालों का दौरा किया था और घायल मजदूरों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना था.
कुवैत कर रहा है जांच
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