बाबा अमरनाथ की पहली तस्वीर आई सामने, 20 दिन में ढ़ाई लाख पंजीकरण, जानें प्रोसेस
बाबा बर्फानी के धाम की इस वर्ष की पहली तस्वीर सामने आई है। श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी विराजमान हो गए हैं। पवित्र गुफा के चारों ओर बर्फ जमी हुई है। बाबा बर्फानी के यात्रा मार्ग को सुचारू बनाने के लिए कार्य जारी है।
इस बार यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। यात्रा के लिए 20 दिन में 2.38 लाख शिवभक्तों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन अग्रिम यात्री पंजीकरण करवा लिया है।
यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए निविदाएं जारी की गई हैं, जिसमें मई के मध्य या आखिरी सप्ताह में युद्धस्तर पर काम शुरू करवा दिए जाएंगे। पारंपरिक पहलगाम ट्रैक पर बर्फ हटाने का काम जारी है। इस बीच शनिवार को जिला उपायुक्त सचिन कुमार वैश्य ने अधिकारियों के साथ यात्री निवास भगवती नगर जम्मू का दौरा किया।
ऐसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन:-
सबसे पहले श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) की ऑफिशियल वेबसाइट www.jksasb.nic.in पर जाएंं। सबसे पहले 'Menu' पर क्लिक करें उसके बाद
यहां दिए 'Online Service' पर क्लिक करें और उसके बाद में 'Yatra Permit Registration' बटन पर क्लिक करें।
तत्पश्चात, भक्त अपनी जानकारियां भरें और सबमिट बटन पर क्लिक कर दें।
अप्लीकेशन प्रोसेस होने के बाद उपयोगकर्ताओं को उनके मोबाइल नंबर पर एक कन्फर्मेशन मैसेज मिलेगा, जिसमें OTP यानी वन टाइम पासवर्ड दिया होगा।
OTP दर्ज करने के पश्चात् अप्लीकेशन की फीस का भुगतान करें।
इस प्रकार से अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद यात्रा परमिट डाउनलोड कर लें।👇
बाबा अमरनाथ का रहस्य 👇
जहां भगवान शिव ने बताए थे मां पार्वती को अमर होने के गुप्त रहस्य - इस कथा को सुनाने के लिए वो अकेले मां पार्वती को सुनाना चाहते थे, इसलिए अपना नाग, नंदी, चंद्रमा सभी को पीछे छोड़ गए थे। इसके बाद भगवान शिव ने आग जलाई और मां पार्वती को अमर होने की कथा सुनाई। बीच-बीच में उन्हें हूं-हूं होने की आवाज आती रही, उन्हें लगा माता पार्वती हुंकार भर रही हैं, लेकिन माता पार्वती नहीं दो कबूतर उनकी कथा सुन रहे थे और बीच में गूटर गू, गुटर गू कर रहे थे। जब कथा समाप्त हुई तो शिवजी ने देखा माता पार्वती तो सो रही हैं और दो कबूतर उनकी कथा सुन रहे हैं, इस पर शिवजी को बहुत गुस्सा आया। उन्होंने कबूतरों को श्राप देना चाहा, लेकिन कबूतर का जोड़ा बोला कि अगर आप हमें मार दोगे तो यह कथा झूठी हो जाएगी। इस पर भगवान शिव ने दोनों को कहा कि तुम इस जगह और कथा के साक्षी रहोगे। तब से इस जगह का नाम भी अमरनाथ पड़ा।
जिला उपायुक्त जम्मू ने एसएसपी डॉ. विनोद कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ यात्री निवास भगवती नगर के दौरे पर पार्किंग क्षेत्रों, सड़कों और मार्गों के विकास के लिए दिशा निर्देश दिए। कहा, यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुचारू आवाजाही को सुनिश्चित बनाया जाए। इसके लिए मजबूत सुरक्षा और यातायात प्रबंधन बनाया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जम्मू को सभी उचित स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करने को कहा। उन्होंने यात्री भवन में यात्रियों को मार्गदर्शन और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए सार्वजनिक संबोधन प्रणाली और समय पर घोषणाओं सहित मजबूत संचार प्रणाली स्थापित करने को कहा। इस बार रिकॉर्ड यात्रियों के आने की संभावना को देखते हुए उन्हें आपात स्थिति में ठहराने की उचित व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जम्मू, रामबन और श्रीनगर में यात्री निवास का विस्तार किया जा रहा है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से शीघ्र हेलिकॉप्टर सेवा के लिए ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू की जाएगी। अग्रिम यात्री पंजीकरण के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाने को अधिकृत अस्पतालों में श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने बताया कि यात्री निवास भगवती नगर में महत्वपूर्ण कार्यों के लिए निविदाएं जारी की गई हैं।
इसमें अर्द्धसैनिक बलों के लिए बंकर आदि का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ यात्री निवास के हालों, लंगर स्थल आदि में रंग रोगन, बिजली, पानी सहित अन्य मरम्मत कार्य शीघ्र शुरू किए जाएंगे। अग्रिम यात्री पंजीकरण के साथ समूह पंजीकरण भी किया जा रहा है। इसमें पांच या इससे अधिक यात्रियों के लिए समूह पंजीकरण की सुविधा दी गई है। इसमें पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर तिथि और रूट स्लाट के मुताबिक यात्री परमिट जारी किया जाएगा। 31 मई तक समूह पंजीकरण करवाने की सुविधा दी गई है।
यात्रा के दौरान जम्मू के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए ऑनस्पाट पंजीकरण की व्यवस्था भी की जाएगी। इसमें भक्तों को अगले एक दो दिन की निर्धारित तिथि के अनुसार यात्री परमिट जारी कर दिया जाता है। यात्रा के दौरान देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जम्मू में पहुंचकर आन स्पाट पंजीकरण का लाभ पाते हैं।
हालांकि यह सुविधा टोकन आधारित होती है, जिसमें टोकन के तहत रूट स्लाट पर कोटे के मुताबिक यात्री परमिट दिया जाता है। पवित्र गुफा के माहौल को बेहतर बनाने के लिए पवित्र गुफा मंदिर के भीतर और उसके आसपास पत्थर की चिनाई वाली दीवारों पर प्लास्टर, पॉइंटिंग और पेंटिंग के लिए निविदा जारी की गई है, जिसका काम जल्द शुरू करवाया जाएगा।
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