देशभर में AAP का प्रदर्शन, केजरीवाल जेल से चला पाएंगे सरकार, जानें क्या कहता है कानून

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देशभर में AAP का प्रदर्शन, केजरीवाल जेल से चला पाएंगे सरकार, जानें क्या कहता है कानून


Protest Against the Arrest of CM Kejriwal : दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की ED द्वारा की गई गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को AAP नेताओं समेत कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली के आईटीओ पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था।
इस दौरान पुलिस ने दिल्ली मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी को पुलिस हिरासत में ले लिया। इस दौरान मंत्री सौरभ ने कहा कि, हम सुप्रीम कोर्ट के समक्ष कहेंगे कि अरविंद केजरीवाल को अपने वकील और परिवार से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए और उन्हें अपना आधिकारिक काम करने की भी अनुमति दी जानी चाहिए। केजरीवाल के परिवार को घर में नजरबंद कर दिया गया है।


प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उत्पाद शुल्क नीति मामले में गिरफ्तारी के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में सुनवाई शुरू होते ही ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट के सामने केजरीवाल की गिरफ्तारी का आधार बताते हुए 28 पेजों की दलीलें पेश की हैं.

सुनवाई के दौरान ईडी ने अदालत के सामने कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाले के किंगपिन (सरगना) हैं. बता दें कि इस मामले की सुनवाई विशेष सीबीआई जज कावेरी बावेजा की पीठ में हुई।

ईडी ने कहा कि दिल्ली शराब नीति के गठन में केजरीवाल सीधे तौर पर शामिल थे.उन्होंने रिश्वत लेने के लिए कुछ खासों लोगों का पक्ष लिया था. इसके साथ ही ईडी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने इस अपराधिक आय का प्रयोग गोवा चुनावों के लिए किया था. बता दें कि ईडी के वकील एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कोर्ट के सामने अपने पक्ष को रखते हुए बताया कि केजरीवाल को गुरुवार रात नौ बजकर पांच मिनट पर गिरफ्तार किया गया था. 

ईडी के वकील ने आगे कहा कि केजरीवाल को कोर्ट के सामने 24 घंटों के अंदर ही पेश किया गया है. इसके साथ ही ईडी की तरफ से केजरीवाल की 10 दिनों की रिमांड की याचिका दी गई. इसके साथ ही कोर्ट के सामने केजरीवाल की गिरफ्तारी और उनके घर में छापेमारी से सम्बंधित फाइल भी पेश की. 

ईडी ने कोर्ट के सामने दो बार कैश का ट्रांसफर होने की बात कही. इसके साथ ही ईडी ने कहा कि शराब घोटाले का आरोपी विजय नायर भी केजरीवाल के लिए ही काम कर रहा था. ईडी ने नायर के केजरीवाल का करीबी होने का बात कही. ईडी ने बताया कि विजय नायर बिचौलिये की तरह काम करता था. ईडी के पास इस बात के सबूत भी है. 

केजरीवाल को CM पद से हटाने की मांग

बता दें कि दिल्ली उच्च न्यायालयके सामने जनहित याचिका दायर की गई है. इस याचिका में केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद से हटाने की मांग की गई है. जानकारी के अनुसार दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष यह जनहित याचिका अधिवक्ता शशि रंजन कुमार सिंह के माध्यम से दायर की गई है.

अरविंद केजरीवाल के लिए खड़ी हो सकती है मुश्किलें क्या जेल से चला पाएंगे सरकार 👇

जेल में रहते हुए किसी भी सरकारी काम को चलाना वैसे तो अव्यावहारिक है, लेकिन ऐसा कोई कानून नहीं है जो किसी मुख्यमंत्री को ऐसा करने से रोकता हो। कानून के अनुसार कोई भी मुख्यमंत्री को तभी अयोग्य ठहराया जा सकता है या पद से हटाया जा सकता है, जब वह किसी मामले में दोषी ठहराया जाता है। इस तरह से अरविंद केजरीवाल के मामले में अभी तक उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है तो वो जब तक दोषी नहीं ठहराए जाते हैं तब तक वो जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर सकते हैं। 

लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 में कुछ अपराधों के लिए अयोग्यता के प्रावधान हैं, लेकिन पद संभालने वाले किसी भी व्यक्ति की सजा अनिवार्य है। मुख्यमंत्री केवल दो स्थितियों में शीर्ष पद खो सकता है - विधानसभा में बहुमत का समर्थन खोने पर या सत्ता में सरकार के खिलाफ एक सफल अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री करता है।फिर भी केजरीवाल के लिए सलाखों के पीछे से सरकार चलाना आसान नहीं होगा। उनके दो पूर्व कैबिनेट सहयोगी मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन पहले से ही सलाखों के पीछे हैं। उन्होंने ने भी गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, इस मामले में केजरीवाल के पास अपने मंत्रिमंडल में कोई विभाग नहीं है।
इन मामलों के तहत केजरीवाल को देना पड़ सकता है इस्तीफा 👇

मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी के कई मामले सामने आये हैं। कुछ मामलों में मुख्यमंत्री ने गिरफ्तारी के तुरंत बाद या उससे पहले इस्तीफा दे दिया। इसी साल 31 जनवरी को गिरफ्तार किये गये हेमंत सोरेन का मामला इसका ताजा उदाहरण है। सोरेन ने ईडी द्वारा गिरफ्तारी से पहले इस्तीफा दे दिया था, उनकी जगह चंपई सोरेन ने ले ली। झारखंड सरकार जिसमें हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पार्टी शामिल थी, जो बच गई।

1997 में बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में भ्रष्टाचार का दोषी ठहराया गया था और जेल की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री नियुक्त किया।
केजरीवाल का जन्म और करियर👇

केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को भारत के हरियाणा के भिवानी जिले के सिवानी में बनिया के एक अग्रवाल परिवार में हुआ था, वह गोबिंद राम केजरीवाल और गीता देवी की तीन संतानों में से पहले थे। उनके पिता एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे, जिन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी। उन्होंने अपनी शिक्षा मिशनरी के स्कूलों से पूरी की थी। आपको बता दें कि राजनीति में आने से पहले अरविंद केजरीवाल इंडियन रेवेन्यू सर्विस यानि आयकर विभाग में काम करते थे। सिविल सेवा एग्जाम पास करने के बाद अरविंद केजरीवाल सहायक आयकर आयुक्त के रूप में भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में शामिल हुए थे।

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