आतंकियों के हमले के बाद भारतीय सेना के जवानों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की। इस क्षेत्र में एक महीने के भीतर सेना पर यह दूसरा आतंकी हमला है। आतंकियों की साजिश को नाकाम करने के लिए वहां अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है। बताया जा रहा है कि दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है।
मामले से परिचित लोगों ने बताया कि गुरुवार को पुंछ जिले के डेरा की गली (डीकेजी) इलाके में सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई। एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा बलों ने बुधवार देर रात पुंछ जिले के डीकेजी के सामान्य क्षेत्र में ठोस खुफिया जानकारी के आधार पर एक संयुक्त अभियान शुरू किया। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने कहा, "आज शाम संपर्क स्थापित हो गया है और मुठभेड़ जारी है।"
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि मुठभेड़ गुरुवार शाम करीब 4 बजे शुरू हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स के वाहनों पर पुंछ जिले के सुरनकोट इलाके में थन्नामंडी और बाफलियाज इलाकों के बीच हमला किया गया। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि 48 आरआर और 43 आरआर के जवानों के अलावा एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया है। एक खुफिया अधिकारी ने कहा, "इलाके में सार्वजनिक आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।" आर्मी के अधिकारियों ने बताया कि तीन सैनिक घायल हुए हैं।
बता दें पिछले महीने राजौरी के कालाकोट में सेना के विशेष बलों और आतंकवादियों की मुठभेड़ हुई। इस दौरान सेना के दो सैनिक शहीद हो गए थे। इस साल अप्रैल और मई में राजौरी-पुंछ क्षेत्र में दोहरे हमलों में 10 सैनिक शहीद गए थे। 2003 से 2021 के बीच इस क्षेत्र में कई आतंकवादियों और सेना के बीच मुठभेड़ हुई। पिछले दो वर्षों में क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान 35 से अधिक सैनिक सैनिक शहीद हो गए हैं।
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