PUBG की सनक में युवक ने ले ली अपनी माता-पिता की जान, सोते समय मां-बाप पर किया जानलेवा हमला, दोनों की मौत

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PUBG की सनक में युवक ने ले ली अपनी माता-पिता की जान, सोते समय मां-बाप पर किया जानलेवा हमला, दोनों की मौत मां-बाप की हत्या करने वाले बेटे अंकित ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं। महज एक छोटी सी बात पर अंकित अपने पिता से इतनी बड़ी खुन्नस पाल बैठा कि बेहद खौफनाक अंदाज में उसने उनकी जान ले ली। अंकित की हैवानियत का सारा किस्सा पिता लक्ष्मी प्रसाद का कमरा खुद बयां कर रहा था। उनका पूरा कमरा खून से सना हुआ था। 

पूरा बिस्तर खून से तरबतर था। फर्श में भी खून ही खून नजर आ रहा था। कमरे का दृश्य देखने से लग रहा था कि बाप ने अपने बेटे को रोकने की कोशिश की। आसपास के सामान भी इस वजह से फर्श पर गिर पड़े लेकिन, जवान बेटे के हाथ को बुजुर्ग पिता के हाथ नहीं रोक सके। पति की चीख-पुकार सुनकर पत्नी विमला की नींद टूट गई लेकिन, तब तक अंकित के सिर पर
खून सवार हो चुका था। 

उसने उसी लोहे के तवे से अपनी मां पर भी बड़ी बेदर्दी से वार करना शुरू कर दिया। सीधे लोहे के तवे का वार होने से विमला का भी सिर फूट गया। मां भी खून से लथपथ होकर गिर पड़ी। पूरा कमरा उन दोनों के खून से सन गया। सुबह करीब पौने नौ बजे तक हत्या की खबर मिलते ही पूरे मोहल्ले में सनसनी फैल गई। 

पड़ोस में रहने वाले लोगों ने शिवाजी नगर में रहने वाली बड़ी बेटी नीलम को बताया। नीलम ने अपनी बहन को सुंदरी इसकी जानकारी दी। करीब 40 मिनट में दोनों वहां पहुंच गई लेकिन, जैसे ही उन लोगों ने कमरे का मंजर देखा नीलम को चक्कर आ गया। वह बेहोश होकर गिर पड़ी। 

होश में आने पर जैसे ही दोनों बहनों को भाई अंकित की करतूत का पता चला दोनों ही भाई अंकित को बद दुआएं देने लगीं। उधर, इस लोमहर्षक वारदात के बारे में पता चलते ही रोते-बिलखते परिजनों का भी घर में तांता लगने लगा।

पति को बचाने की खातिर बेटे के सामने गिड़गिड़ाती रही विमला
दरिंदा बन चुका बेटा जब पति पर प्राणघातक हमला कर रहा था तभी चीख पुकार सुनकर पत्नी विमला की नींद टूट गई थी। बेटे के सिर पर खून सवार देखकर वह डर गई लेकिन, पति को बचाने के लिए वह बेटे के सामने गिड़गिड़ाने लगी। बेटे का हाथ पकड़कर उसने अपनी ओर घसीटा लेकिन, अंकित कुछ भी सुनने को राजी नहीं हुआ। 

मां को भी धक्का देकर उसने नीचे गिरा दिया। पुलिस को मां ने बताया कि अंकित कुछ भी सुनने को राजी नहीं था। जब उसने अंकित को नहीं छोड़ा तब उसने लोहे की तवे से उसके ऊपर भी वार कर दिया। कई वार होने से विमला भी अचेत हो गई।

बड़े अरमान से शहर में खरीदी थी जमीन, यहीं पर बसने का था प्लान
लक्ष्मी प्रसाद मूल रूप से बंगरा के रहने वाले थे लेकिन, करीब छह साल पहले ही उन्होंने पिछोर में जमीन खरीदी थी। परिवार के लोगों का कहना था कि नौकरी में अब कुछ समय ही बचा था। ऐसे में वह बंगरा लौटकर जाना नहीं चाहते थे बल्कि यहीं पर रहना चाहते थे। इस वजह से उन्होंने यहां एक तल और बनवा लिया था। मार्च में मझली बेटी की शादी भी उन्होंने कर दी थी। इसी साल जनवरी माह में उन्होंने घर बनवाया था।

बड़े ही सरल स्वभाव के थे लक्ष्मीप्रसाद और विमला
मोहल्ले के लोग भी इस हत्याकांड को देखकर सहम उठे। थोड़ी देर में आसपास के लोगों का वहां जमावड़ा लग गया। पड़ोसियों का कहना था कि शिक्षक होने के नाते लक्ष्मी प्रसाद बेहद सरल व्यक्ति थे। कुछ समय बाद ही उनकी सेवानिवृति थी। पत्नी विमला भी कुछ दिनों से अपने पति के साथ स्कूल जातीं थीं। 

दंपती अंकित की हरकतों की वजह से परेशान थे। पड़ोस के लोगों का कहना है कि अंकित पड़ोस के लोगों से बात भी नहीं करता था। मां-बाप अगर बात करते थे, तब झगड़ा करने लगता था। परिजनों ने अंकित का कई दफा इलाज कराया लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ। कुछ दिनों बाद अंकित को वह लोग ग्वालियर ले जाकर इलाज कराने की योजना बना रहे थे। उनका कहना था कि लक्ष्मी प्रसाद दंपती बेहद सरल थे।

आपको बता दें कि झांसी शहर में एक सनकी बेटे ने शुक्रवार की देर रात को अपने कमरे में सो रहे शिक्षक पिता और मां को लोहे के तवे और डंडे से पीट-पीटकर मार डाला। परिवार के लोगों का कहना है कि युवक पबजी गेम के मकड़जाल में फंसकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठा था। वह बीते दिन भी मोबाइल पर गेम खेल रहा था। गुस्साए पिता ने उससे मोबाइल छीना और घर में छुपा दिया। उस वक्त तो युवक नाराज होकर अपने कमरे में चला गया लेकिन देर रात को उसने सोते मां-बाप पर हमला कर दिया।

बंगरा निवासी लक्ष्मी प्रसाद झा (58) पलरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य थे। वह अपनी पत्नी विमला (55) और इकलौते बेटे अंकित (28) के साथ पिछोर में रहते थे। तीन बेटियों में बड़ी बेटी नीलम एवं सुंदरी की शादी हो चुकी जबकि छोटी बेटी शिवानी उरई में रहकर पढ़ाई करती है। झांसी में ही रहने वाली बड़ी बेटी नीलम के मुताबिक अंकित को पबजी गेम खेलने की लत लग गई थी। पिता इस बात पर उसे अक्सर टोकते थे। 

वह उससे मोबाइल भी छीन लिया करते थे। लेकिन इसके बाद भी जब कभी अंकित को मोबाइल मिलता वह चोरी-छिपे पबजी खेलने लग जाता था। शुक्रवार को भी अंकित के हाथ मोबाइल लग गया था। जब पिता लक्ष्मी प्रसाद ने उसके हाथ में मोबाइल देखा तो उसे फटकारते हुए मोबाइल छीन लिया और अपने कमरे में अलमारी में रख दिया था। इससे अंकित नाराज हो गया । रात में सब लोगों ने साथ में खाना खाया और अपने कमरे में जाकर सो गए। लक्ष्मी प्रसाद अपनी पत्नी विमला के साथ नीचे वाले कमरे में थे। जबकि अंकित पहली मंजिल पर बने अपने कमरे में चला गया। 

एसएसपी राजेश एस ने बताया कि अब तक की पड़ताल और गिरफ्तार अंकित से पूछताछ में जो पता चला है उसके मुताबिक रात को करीब दो बजे अचानक अंकित कमरे में आया। उसने हाथ में लोहे का तवा लिया हुआ था। इसी तवे से अपने पिता लक्ष्मी प्रसाद के चेहरे एवं सिर पर कई वार कर दिए। चीख पुकार सुनकर पास में सो रही उनकी पत्नी विमला की आंख खुल गई। जैसे ही वह बीच-बचाव को आगे आईं अंकित ने उनके ऊपर भी तवे और डंडे से हमला कर दिया। 

मां विमला भी खून से लथपथ होकर वहीं पर गिर पड़ी। लक्ष्मी प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई आपको बता दें कि ईलाज के क्रम में विमला की भी मौत हो गई। इसके बाद अंकित वापस अपने कमरे में चला गया। घटना का खुलासा तब हुआ जब झांसी में ही रहने वाली उनकी बेटी नीलम ने अपने पिता लक्ष्मीप्रसाद को फोन किया लेकिन फोन उठा नहीं। लिहाजा उसने पड़ोसी काशीराम को फोन करके बताया कि उनके पिता का फोन नहीं उठ रहा है। इस पर काशीराम इनके घर पहुंचे।

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