इंग्लैंड के अखबार मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार धुर दक्षिण पंथी विचारधार वाले लोगों और उनके साथियों ने इंटरनेट पर गोफंडमी पेज बनाया था. उन्होंने मृतक बच्चे के माता-पिता के लिए भी ऐसा ही एक पेज बनाया था. पुलिसकर्मी के पेज पर 1.07 मिलियन डॉलर का फंड अबतक आ चुका है. वहीं, मृतक के लिए दो लाख छह हजार डॉलर के करीब फंड आया है. यह राशि भारतीय करेंसी में करीब 1.69 करोड़ रुपये बैठती है.
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क्या है पूरा मामला?
पेश मामले में 27 जून को अफ्रीकी मूल के नाहेल मेरजोक की पुलिसकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वो अपनी मर्सिडीज कार से जा रहा था, जिसे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने रोका था. पुलिसकर्मियों द्वारा रोकने और नाहेल पर बंदूक थामने का वीडियो वहां मौजूद किसी राहगीर ने बना लिया था, जो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कुछ समय बाद यह जानकारी सामने आई कि अफ्रीकी मूल के इस लड़के की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई.
हत्या पर पुलिस का क्या था तर्क?
नाहेल पर दो पुलिसकर्मियों ने बंदूक थामी थी, जिसमें से एक ने उसपर गोली चलाई. पुलिसकर्मी की तरफ से अपने इस कृत्य पर खेद जताया गया है. उसका कहना है कि उसे डर था कि कहीं यह 17 वर्षीय युवक उनके सहकर्मी पर गाड़ी ना चढ़ा दे. जानबूझ कर नाहेल को नहीं मारा गया. उस वक्त जो ठीक लगा वही एक्शन लिया गया.
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