गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दिवंगत मां हीराबेन मोदी के पार्थिव शरीर को वाहन तक ले गए। भाइयों के साथ पीएम मोदी ने भी अपनी मां की आर्थी को कंधा दिया। हीराबेन मोदी का शुक्रवार सुबह 100 साल की उम्र में निधन हो गया। हीराबा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में तड़के 3:30 बजे अंतिम सांस ली। मंगलवार देर रात सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कफ की शिकायत भी थी।
PM मोदी सुबह 7:45 बजे अहमदाबाद पहुंचे। यहां से वे सीधे गांधीनगर के रायसण गांव में भाई पंकज मोदी के घर गए। उनके पहुंचते ही अंतिम यात्रा शुरू हुई। मोदी कंधे पर पार्थिव देह लेकर शव वाहन तक गए। पीएम मोदी भी शव वाहन में ही बैठे हैं। अंतिम यात्रा सेक्टर-30 स्थित श्मशान तक जाएगी।
#WATCH | Gandhinagar: Prime Minister Narendra Modi carries the mortal remains of his late mother Heeraben Modi who passed away at the age of 100, today. pic.twitter.com/CWcHm2C6xQ
— ANI (@ANI) December 30, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर मां हीराबा के निधन की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा- शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम। मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी नहीं रहीं। 100 की उम्र में उनका अहमदाबाद में निधन हो गया। पीएम मोदी भी दिल्ली से अहमदाबाद के लिए रवाना हो चुके हैं। पीएम मोदी कहा करते थे कि आज वह जो कुछ भी हैं, उसका श्रेय उनकी मां को जाता है। वह अपनी मां के काफी करीब थे।
हीराबेन के छह बच्चों में (5 बेटे 1 बेटी) पीएम मोदी तीसरे नंबर के थे। हीराबेन की बहुत कम उम्र में वडनगर, मेहसाणा, गुजरात में एक चाय की दुकान के मालिक दामोदरदास मूलचंद मोदी से शादी हो गई। हीराबेन और उनके पति मूलचंद मोदी के एक साथ छह बच्चे थे; पांच बेटे, और एक बेटी। वह वडनगर, मेहसाणा, गुजरात में परिवार के पैतृक घर में रहती थीं, लेकिन अपने पति के निधन के बाद, वह नरेंद्र मोदी के सबसे छोटे भाई पंकज मोदी के घर में रहने लगीं।
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