पटना. बिहार के गया जिले में एक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में गंभीर अवस्था में भर्ती महिला मरीज की आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए बेटी ने आईसीयू में ही अपनी मां की आंखों के सामने सात फेरे लिए. हालांकि बेटी की शादी के दो घंटे बाद ही मां ने दम तोड़ दिया. इस शादी में न सिर्फ दूल्हा-दुल्हन के परिवार के लोग, बल्कि अस्पताल के कर्मी भी मौजूद रहे.
जानकारी के मुताबिक, जिले के मजिस्ट्रेट कॉलोनी के सामने स्थित अर्श हॉस्पिटल में ये शादी कराई गई है. गुरारू प्रखंड के बाली गांव के निवासी ललन कुमार की पत्नी पूनम कुमारी वर्मा कई दिनों से बीमार थी. सीरियस होने के बाद उन्हें अर्श हॉस्पिटल गया में भर्ती कराया गया था.
इसलिए लिया फैसला
पूनम वर्मा को भर्ती कराए जाने के बाद डॉक्टर ने कहा कि मरीज की हालत गंभीर है और किसी भी समय मौत हो सकती है. ऐसी हालत में मरीज पूनम कुमारी वर्मा ने परिजनों के सामने शर्त रख दी कि उनकी बेटी चांदनी कुमारी की शादी उनके जिंदा रहते कर दी जाये. परिजनों ने बताया कि चांदनी कुमारी की सगाई आज ही होनी थी. लेकिन लड़की की मां की जिद के कारण चांदनी की शादी सलेमपुर गांव के निवासी सुमित गौरव के साथ करा दी गई. दुख की बात ये रही कि शादी के महज दो घंटे बाद ही लड़की की मां का निधन हो गया.
दुल्हन चांदनी बोली- मां की इच्छा जरूरी
शादी होने के महज दो घंटे बाद ही अपनी मां को खोने वाली चांदनी कुमारी ने बताया कि उनकी मां पूनम कुमारी वर्मा मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एएनएम के पद पर कार्यरत थीं और कोरोना काल से ही लगातार बीमार रह रही थीं. वह हृदय रोग से पीड़ित थीं. मां की इच्छा रखने के लिए अस्पताल में शादी की.
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