ICC Under 19 World Cup 2024: चौका और भारतीय टीम 5वीं बार फाइनल में, 11 फरवरी से इस टीम से मुकाबला, 32 रन पर चार विकेट गंवाकर संकट में था भारत, मेजबान दक्षिण अफ्रीका बाहर
ICC Under 19 World Cup 2024: सचिन धास और कप्तान उदय सहारन के अर्धशतक और दोनों के बीच शतकीय साझेदारी से गत चैंपियन भारत ने मंगलवार को यहां बेहद विषम परिस्थितियों से उबरते हुए दक्षिण अफ्रीका को दो विकेट से हराकर लगातार पांचवीं बार फाइनल में जगह बनाई।
दक्षिण अफ्रीका के 245 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए धास (96 रन, 95 गेंद, 11 चौके, एक छक्का) और सहारन (81 रन, 124 गेंद, छह चौके) के बीच पांचवें विकेट की 171 रन की साझेदारी से भारत ने 48.5 ओवर में आठ विकेट पर 248 रन बनाकर जीत दर्ज की। ये दोनों उस समय बल्लेबाजी के लिए उतरे थे जब भारत 12वें ओवर में 32 रन पर चार विकेट गंवाकर संकट में था। अंत में राज लिम्बानी (चार गेंद में नाबाद 13) ने चौका जड़कर भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया।
दक्षिण अफ्रीका ने 23 वाइड सहित 27 अतिरिक्त रन देकर भारत की राह कुछ आसान की। दक्षिण अफ्रीका की ओर से तेज गेंदबाजों क्वेना मफाका (32 रन पर तीन विकेट) और ट्रिस्टन लूस (37 रन पर तीन विकेट) ने तीन तीन विकेट चटकाए लेकिन मेजबान टीम को फाइनल में जगह नहीं दिला सके।
दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले विकेटकीपर बल्लेबाज हुआन-ड्रे प्रिटोरियस (102 गेंद में 76 रन) और रिचर्ड सेलेट्सवेन (100 गेंद में 64 रन) के अर्धशतक से सात विकेट पर 244 रन बनाए। भारत की ओर से लिम्बानी ने 60 रन देकर तीन जबकि मुशीर खान ने 43 रन देकर दो विकेट चटकाए। भारत फाइनल में गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने 12वें ओवर में 32 रन तक ही चार विकेट गंवा दिए। टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाज मफाका ने पारी की पहली की गेंद पर आदर्श सिंह को विकेटकीपर प्रिटोरियस के हाथों कैच कराया। टूर्नामेंट में दो शतक जड़ने वाले मुशीर (04) चौथे ओवर में लूस की गेंद पर दूसरी स्लिप में दक्षिण अफ्रीका के कप्तान युआन जेम्स को कैच दे बैठे।
सलामी बल्लेबाज अर्शिन कुलकर्णी (12) ने मफाका पर पारी का पहला छक्का जड़ा लेकिन 10वें ओवर में लूस की गेंद पर स्लिप में जेम्स को कैच दे बैठे। लूस ने अगले ओवर में प्रियांशु मोलिया (05) को भी विकेट के पीछे कैच कराके भारत को चौथा झटका दिया। कप्तान सहारन और धास ने इसके बाद पारी को संभालने का जिम्मा उठाया।
सहारन ने शुरुआती में धीमी बल्लेबाजी की लेकिन धास अच्छी लय में नजर आए। धास ने तेज गेंदबाज रिली नोर्टन को निशाना बनाया और उन पर पांच चौके मारे। भारत के रनों का अर्धशतक 17वें ओवर में पूरा हुआ। धास ने स्टीव स्टॉक पर भी लगातार दो चौके मारे और सहारन के साथ मिलकर 25वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
धास ने ओलिवर वाइटहेड पर लगातार दो चौकों के साथ 47 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। सहारन ने शुरुआती 68 गेंद में सिर्फ 29 रन बनाए। उन्होंने जेम्स पर चौके से धास के साथ शतकीय साझेदारी पूरी की। सहारन ने जेम्स पर चौके से 88 गेंद में अर्धशतक बनाया। धास ने 40वें ओवर में जेम्स पर छक्का जड़ा। भारत को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 53 रन की जरूरत थी।
सहारन ने नकोबानी मोकोएना पर चौके के साथ 41वें ओवर में भारत के रनों का दोहरा शतक पूरा किया। जेम्स ने इसके बाद टूर्नामेंट के अपने सबसे सफल गेंदबाज मफाका को गेंद थमाई और उन्होंने कप्तान को निराश नहीं करते हुए धास को एक्सट्रा कवर पर डेविड टीगर के हाथों कैच करा दिया। भारत को अंतिम पांच ओवर में 28 रन की जरूरत थी।
अरावेली अवनीश (10) ने नोर्टन पर सीधे चौके के साथ दबाव कम किया लेकिन मफाका के अगले ओवर में नोर्टन को कैच दे बैठे। मुरुगन अभिषेक (00) अगले ओवर में रन आउट हुए लेकिन लिम्बानी ने नोर्टन पर छक्का जड़कर मैच का रुख भारत की ओर मोड़ा। सहारन ने मोकोएना पर चौके के साथ टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया लेकिन जब जीत के लिए एक रन चाहिए था तो रन आउट हो गए।
लिम्बानी ने हालांकि मोकोएना पर चौका लगाकर भारत को जीत दिला दी। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर शुरुआती 10 ओवर के भीतर ही स्टीव स्टॉक (12) और डेविड टीगर (00) के विकेट गंवा दिए। इन दोनों को तेज गेंदबाज राज लिम्बानी (60 रन पर तीन विकेट) ने आउट किया। प्रिटोरियस और सेलेट्सवेन ने इसके बाद तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़कर पारी को संभाला।
इन दोनों ने हालांकि 22 से अधिक ओवर खेले। दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को भारत के तेज गेंदबाजों लिम्बानी और नमन तिवारी (52 रन पर एक विकेट) ने विलोमूर पार्क की पिच से मिल रही गति और उछाल से काफी परेशान किया। प्रिटोरियस और सेलेट्सवेन भी तेज गति से रन बनाने में नाकाम रहे जिससे इस साझेदारी के दौरान अधिकांश समय रन गति चार रन प्रति ओवर से कम रही।
बाएं हाथ के स्पिनरों स्वामी पांडे (38 रन पर एक विकेट) और मुशीर खान (43 रन पर दो विकेट) ने ऑफ स्पिनर प्रियांशु मोलिया के साथ मिलकर सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हुए मेजबान टीम की रन गति पर अंकुश लगाया। प्रिटोरियस ने लगातार तीसरा अर्धशतक जड़ने के बाद मोलिया पर मिडविकेट पर छक्का जड़ा लेकिन मुशीर की गेंद पर मिडविकेट पर मुरुगन अभिषेक ने उनका शानदार कैच लपका। सेलेट्सवेन ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज तिवारी की गेंद पर एक रन के साथ 90 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
सेलेट्सवेन भी अर्धशतक को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे और तिवारी की गेंद पर बाउंड्री पर मोलिया को कैच दे बैठे। युआन जेम्स (19 गेंद में 24 रन) और ट्रिस्टन लूस (12 गेंद में 23 रन) की पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका अंतिम 10 ओवर में 81 रन जोड़ने में सफल रहा। वर्ष 2014 का चैंपियन दक्षिण अफ्रीका मौजूदा टूर्नामेंट में भारतीय टीम के खिलाफ 200 से अधिक रन बनाने वाली पहली टीम है।
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